मोबाइल न्यूमरोलॉजी (अंक ज्योतिष) में प्रत्येक अंक का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है। मोबाइल नंबर में उपस्थित अंकों का प्रभाव हमारे जीवन, व्यवसाय और भाग्य पर पड़ सकता है। आइए जानते हैं प्रत्येक अंक का विस्तार और उससे जुड़े ग्रह के बारे में:

अंकों के ग्रहों से संबंध:
- अंक 1 (सूर्य) – आत्मविश्वास, नेतृत्व, उन्नति और ऊर्जा का प्रतीक।
- अंक 2 (चंद्रमा) – शांति, कोमलता, कल्पनाशक्ति और संवेदनशीलता को दर्शाता है।
- अंक 3 (बृहस्पति) – ज्ञान, समृद्धि, प्रबंधन और शुभता का कारक।
- अंक 4 (राहु) – अचानक बदलाव, क्रांतिकारी सोच, तकनीकी मामलों में रुचि।
- अंक 5 (बुध) – बुद्धिमत्ता, संचार, व्यापार, यात्रा और त्वरित निर्णय की क्षमता।
- अंक 6 (शुक्र) – सौंदर्य, प्रेम, विलासिता, कला और वित्तीय प्रगति से जुड़ा।
- अंक 7 (केतु) – रहस्य, आध्यात्मिकता, अनुसंधान और अनिश्चितता का प्रतीक।
- अंक 8 (शनि) – परिश्रम, अनुशासन, कर्म, न्याय और धैर्य को दर्शाता है।
- अंक 9 (मंगल) – ऊर्जा, साहस, संघर्ष और विजय का प्रतीक।
मोबाइल नंबर का प्रभाव कैसे समझें?
- पूरे मोबाइल नंबर के अंकों को जोड़कर जो अंक प्राप्त होता है, वह मूलांक कहलाता है।
- यदि आपका मोबाइल नंबर सकारात्मक ग्रहों (जैसे 1, 3, 5, 6) से प्रभावित है, तो यह लाभकारी हो सकता है।
- यदि मोबाइल नंबर में अधिकतर अंक 4, 7, 8 से जुड़े हों, तो यह कुछ चुनौतियाँ ला सकता है।
- व्यावसायिक सफलता के लिए 5, 6 और 9 वाले नंबर शुभ माने जाते हैं।
- आध्यात्मिक झुकाव वालों के लिए 7 और 2 का प्रभाव बेहतर हो सकता है।
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